ट्रैक सूट बिजनेस में लागत और मुनाफा
ट्रैक सूट्स, जो कि खेलों और व्यायाम से जुड़े आरामदायक पहनावे के रूप में प्रसिद्ध हैं, विभिन्न प्रकार के कपड़ों जैसे कॉटन, नायलॉन, और विभिन्न सिंथेटिक फैब्रिक्स से बने होते हैं। इन फैब्रिक्स का चुनाव उनकी स्थायित्व, आराम और धोने में आसानी के कारण किया जाता है। ट्रैक सूट्स का निर्माण एक सरल प्रक्रिया है और इसे बनाने में अधिक जटिलता नहीं होती, जिससे इसे छोटे स्तर पर भी व्यवसायिक रूप में संचालित किया जा सकता है। भारत के खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के अनुसार, एक छोटे स्तर का ट्रैक सूट निर्माण व्यवसाय लगभग 8.71 लाख रुपये के प्रारंभिक निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है। इसमें से 4.46 लाख रुपये का उपयोग आवश्यक मशीनरी और उपकरणों पर किया जाएगा, जबकि शेष 4.25 लाख रुपये का उपयोग शुरुआती वर्किंग कैपिटल के रूप में होगा। अगर आपके पास बिजनेस शुरू करने आवश्यक धनराशि नहीं है तो आपको पीएम मुद्रा योजना के तहत 10 लाख तक का लोन मिल जाएगा।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) की एक विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, एक वर्ष में 48,000 ट्रैकसूट का निर्माण संभव है। यदि इन ट्रैकसूट्स को 106 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बेचा जाए, तो इसकी कुल बिक्री की वैल्यू 51,22,440 रुपये तक पहुंच जाती है। इसी तरह, यदि उत्पादन क्षमता का 100 प्रतिशत इस्तेमाल किया जाए तो वार्षिक बिक्री 56,00,000 रुपये तक हो सकती है। इस उत्पादन में कुल ग्रॉस सरप्लस, यानी कुल मुनाफा, 4,77,560 रुपये होने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि सभी प्रकार के खर्चे जैसे कि कच्चे माल, श्रम, और अन्य संचालन लागत को घटाने के बाद, एक साल में शुद्ध कमाई 4,33,000 रुपये हो सकती है। इसे महीने के हिसाब से देखें तो लगभग 40,000 रुपये प्रति महीने की कमाई की संभावना बनती है, जो एक स्थिर और आकर्षक आय स्रोत के रूप में सामने आती है। Readmore