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घर से मसाला बिजनेस शुरू करने संबंधी जानकारी को पढ़ें - spice business idea

घर से मसालों का व्यापार कैसे शुरू करें, जानें पूरी जानकारी

अगर आप कम पैसों में घर बैठै कोई व्‍यापार करना चाहती हैं तो मसालों से जुड़े व्यापार में हाथ आजमाना आपके लिए बेहतर ऑप्‍शन होगा। चलिए जानें इसके बारे में।

मसालों के बिना किचन अधूरा है और यह रोज इस्‍तेमाल में आने वाली चीज है। किसी भी खाने को लजीज बनाने के लिए सही मसाले का सही मात्रा में पड़ना बहुत जरूरी होता है, इसलिए घरों में तरह-तरह के मसालों का इस्‍तेमाल किया जाता है। इसे घर में बनाया नहीं जा सकता, क्‍योंकि इसे एक प्रक्रिया के तहत तैयार किया जाता है। इस वजह से बाजार में मसालों की मांग काफी ज्‍यादा है और इस लिहाज से देखा जाए तो इस क्षेत्र में काफी अच्‍छी संभावना है। इस व्यापार में मांग को देखते हुए लाभ की भी काफी संभावना है। आप घर से होममेड मसाले का व्यापार करके इसे बाजार में बेचकर लाभ कमा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं इस व्यापार से जुड़ी सभी जानकारियां, जिससे इस क्षेत्र में काम शुरू करने में आपको मदद मिल सके।

मसालों का व्यापार कैसे शुरू करें-

इस बिजनेस के लिए रॉ मटेरियल में  सिर्फ वैसे कच्चे मसाले लगते हैं, जिसकी सहायता से आप मसाला बनाना चाहती हैं। आमतौर पर इस बिजनेस के लिए जरूरी रॉ मटेरियल काली मिर्च, हल्दी, सूखी मिर्ची, जीरा, धनिया इत्‍यादि हैं।

मसाला व्‍यापार के लिए मशीनरी-

इस व्‍यापार के लिए कुछ विशेष मशीनों की जरूरत पड़ती है, जिसकी मदद से मसाले की क्वालिटी मेंटेन की जा सकती है।

क्लीनर

इस मशीन की मदद से मसाले के रॉ मटेरियल से कंकड़ पत्थर साफ किए जाते हैं।

ड्रायर

ड्रायर का इस्‍तेमाल करके मसाले को सुखाया जाता है।

पॉवर ग्रेडर

यह मशीन बारीक मसाला पाउडर को नीचे और मसाले के मोटे पाउडर को ऊपर करने का काम करती है।

ग्राइंडिंग

ग्राइंडिंग की सहायता से कम मेहनत से मसाला पीसा जाता है।

बैग सीलिंग मशीन

इस मशीन की मदद से मसाले की पैकिंग की जाती है।

मशीनों की कीमत-

मसाला बनाने वाली मशीन को सेटअप करने के लिए आपको कम से कम चार लाख रूपए तक का खर्च करने होंगे।

मसाला बनाने की प्रक्रिया-

  • अक्सर घरों में वैसे मसालों का इस्‍तेमाल होता है, जो मशीन मे पीसे गए होते हैं। हालांकि अगर मशीन से बनाए गए मसाले की जगह आप इसे हाथ से तैयार करेंगी तो लोग इसे ज्‍यादा पसंद करेंगे।
  • मसाला बनाने के लिए आपको उन सभी सामानों को होलसेल में खरीदना होगा, जिससे आप मसाला बना सकती हैं।
  • इन सभी साबूत सामानों को अच्छी तरह से साफ करके, धुप में सूखाने की जरूरत होगी। इसके बाद मशीन या ओखल की मदद से इसे कूटकर बारीक किया जाता है।

इस व्यापार के लिए जगह-

चूंकि यह व्यापार घर से किया जा सकता है, इसलिए आपके पास उचित जगह होनी चाहिए। मसाले सुखाने के लिए, पीसने के लिए और पैकेजिंग के लिए जगह की जरूरत पड़ती है। मसाला पीसकर पैकेट में डालने के लिए कम से कम 120 से 150 वर्ग मीटर जगह की जरूरत पड़ेेगी।

मसाले के व्यापार के लिए लागत-

अगर घर से मसाला व्यापार कर रही हैं, तो आप हाथ से भी इसे बना सकती हैं और इसके लिए बहुत ज्‍यादा पैसे की जरूरत नहीं पड़ती है। वहीं, अगर आप मशीन से मसाला बनाने वाली हैं, तो आपको इसे खरीदने के लिए अच्छा खासा पैसा खर्च करना होगा। बिजनेस को शुरू करने के लिए रॉ मटेरियल पर खर्च करने की जरूरत होती है। इसके अलावा आपको इसके पैकेजिंग और पंजीकरण पर भी खर्च करना होगा। वैसे यह आप पर निर्भर करता है कि आप कितने रूपए से व्यापार शुरू करना चाहती हैं। आमतौर पर व्यापार शुरू करने के लिए बीस हजार से पचास हजार रूपए तक खर्च करने होंगे।

मसाले की पैकेजिंग-

मसाले के पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। आप चाहे तो अपने मसाले के लिए पैकेट या डिब्बे का इस्‍तेमाल कर सकती हैं। आप इन पैकेट पर अपने ब्रांड का स्टीकर लगाकर इसे बेच सकती हैं, इससे आपके प्रोडक्ट को एक पहचान मिलेगी। पैकेजिंग के लिए इस्‍तेमाल होने वाले प्लास्टिक पैकेट आप बाजार से खरीद सकती हैं।

मसालों की मार्केटिंग कैसे करें-

इस बिजनेस की मार्केटिंग कई स्तर पर की जा सकती है। आप चाहें तो एक होलसेलर के तौर पर व्यापार कर सकती हैं। आप मसाला बाजार की दुकानों से बात करके अपना प्रोडक्ट होलसेल कीमत पर बेच सकती हैं। आप बेहद आसानी से शहर के अलग-अलग किराना स्टोर में अपने बनाएं मसालों को बेच सकती हैं। चाहे तो कंपनियों से आर्डर भी ले सकती हैं।

बिजनेस का पंजीकरण करें-

यह बिजनेस एक खाद्य व्यापार है, इसलिए जरूरी पंजीकरण कराना अनिवार्य है। आपको सबसे पहले अपने फर्म या व्‍यापार को उद्योग आधार या एमएसएमई के अंतर्गत पंजीकृत कराना होगा। इसके बाद आपको सरकार के खाद्य विभाग से FSSAI लाइसेंस लेना होगा। इस लाइसेंस को लेने पर आपके मसाले पर शुद्धता संबंधी सवाल नहीं उठेंगे। अगर आप इस बिजनेस को बड़े पैमाने पर करना चाहती हैं, तो आपको अपने फर्म का पंजीकरण पार्टनरशिप या प्रोप्रिएटरशिप के अंतर्गत भी कराना होगा। साथ ही, अपने ट्रेडमार्क पर आईएसआई लाइसेंस लेना होगा। आपको आपने फर्म के नाम पर किसी बैंक में एक करंट अकाउंट बनाना होगा। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो जुड़ी रहिए हमारे साथ। Readmore