मध्य प्रदेश: 75 हजार गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की तैयारी, भविष्य की चिंता होगी दूर - good news for teachers
मध्य प्रदेश: 75 हजार गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की तैयारी, भविष्य की चिंता होगी दूर
भोपाल: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले 75 हजार गेस्ट टीचर्स के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने इन गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। यह जानकारी स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने विधानसभा में दी।
अनियमितीकरण से जूझ रहे गेस्ट टीचर्स:
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सालों से सेवा दे रहे गेस्ट टीचर्स अनियमितीकरण से जूझ रहे हैं। वे नियमितीकरण और मानदेय में वृद्धि की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं।
भाजपा विधायक ने उठाया मुद्दा:
सागर विधानसभा सीट के भाजपा विधायक शैलेंद्र जैन ने विधानसभा में गेस्ट टीचर्स के नियमितीकरण और मानदेय को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि प्रदेश में कितने गेस्ट टीचर्स कार्यरत हैं और उन्हें कितना मानदेय मिलता है।
शिक्षा मंत्री ने दिया जवाब:
शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में 72526 गेस्ट टीचर्स सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने विभागीय आदेश दिनांक 29/09/2023 का हवाला देते हुए बताया कि गेस्ट टीचर्स वर्ग-1 को 18000, वर्ग-2 को 14000 और वर्ग-3 को 10000 रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है।
नियमितीकरण की कार्यवाही जारी:
शिक्षा मंत्री ने बताया कि गेस्ट टीचर्स के नियमितीकरण की कार्यवाही प्रचलन में है। उन्होंने कहा कि गेस्ट टीचर्स के लिए नियमित शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 25 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
आशा की किरण:
सरकार द्वारा गेस्ट टीचर्स को नियमित करने की कार्यवाही शुरू करने से इन शिक्षकों में आशा की किरण जगी है। वे अब नियमित होने और अपने भविष्य को लेकर सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गेस्ट टीचर्स को नियमित करने का निर्णय शिक्षा व्यवस्था के लिए एक सकारात्मक कदम है। यह न केवल शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करेगा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा।